राजस्थान के केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत शनिवार 10 फरवरी को जयपुर नेशनल यूनिवर्सिटी के 13वें दीक्षांत समारोह में शामिल हुए। छात्रों को संबोधित करते हुए शेखावत ने इस बात पर जोर दिया कि शिक्षा एक आजीवन चलने वाली प्रक्रिया है और इसे निरंतर अपनाना चाहिए। उन्होंने खेल, कला, संस्कृति, ज्ञान और विज्ञान जैसे विभिन्न क्षेत्रों में भारत की प्रगति पर भी प्रकाश डाला और इस समय भारत में रहने और काम करने के अवसर के लिए आभार व्यक्त किया।
शेखावत ने देश के बदलते परिदृश्य और आज के माहौल में स्टार्टअप शुरू करने की आसानी का भी जिक्र किया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार की सराहना की, जिसने स्टार्टअप इकोसिस्टम को बढ़ावा दिया, जिसके परिणामस्वरूप भारत में 110 से अधिक यूनिकॉर्न हैं। शेखावत ने स्नातक छात्रों को संबोधित किया और इस बात पर जोर दिया कि उन्हें देश के विकास में योगदान देने और परिवर्तन के एजेंट बनने का सौभाग्य मिला है।
मंत्री ने भारतीय संविधान में उल्लिखित अधिकारों और कर्तव्यों के महत्व पर भी चर्चा की। उन्होंने व्यक्तियों को नागरिक के रूप में अपनी ज़िम्मेदारियों को पूरा करने और राष्ट्र के विकास में योगदान देने के लिए प्रोत्साहित किया। शेखावत ने भारतीय संस्कृति में कर्तव्य की अवधारणा पर प्रकाश डाला, चाहे वह नागरिक, छात्र, परिवार के सदस्य या माता-पिता के रूप में हो, और सभी से अपने कर्तव्यों को पूरा करने और अपने अधिकारों को बनाए रखने का आग्रह किया।
स्रोत